भारत में कोरोना के नए वेरियेंट ‘ओमीक्रोन’ की एंट्री की आशंका हड़कंप। साउथ अफ्रीका से कर्नाटक लौटे दो यात्रियों में मिला कोरोना वायरस

0

Bengaluru covid case: 1 नवंबर से 26 नवंबर तक दस उच्च जोखिम वाले देशों से 584 लोग बेंगलुरु पहुंचे हैं। कोविड 19 के नए वेरिएंट ‘ओमीक्रोन’ के फैलने की आशंका है।

बेंगलुरु: कोविड 19 के नए वेरिएंट ‘ओमीक्रोन’ के फैलने की आशंका के बीच बेंगलुरु में दक्षिण अफ्रीका के दो नागरिकों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है और उनके नमूने आगे की जांच के लिए भेजे गए ताकि वेरिएंट का पता लगाया जा सके।

हालांकि दोनों डेल्टा वेरिएंट से संक्रमित हैं। अधिकारी ने बताया कि दोनों को क्वारंटीन कर दिया गया है और चिंता की कोई बात नहीं है।

बेंगलुरु ग्रामीण उपायुक्त के श्रीनिवास, जिनके अधिकार क्षेत्र में केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा आता है, उन्होंने कहा कि 1 से 26 नवंबर तक कुल 94 लोग दक्षिण अफ्रीका से आए हैं, उनमें से दो कोविड-19 के पॉजिटिव पाए गए हैं।

इसलिए लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। दोनों संक्रमित व्यक्तियों को अलग कर दिया गया है, अधिकारियों द्वारा निगरानी की जा रही है। उन्होंने कहा कि 1 से 26 नवंबर के बीच 10 उच्च जोखिम वाले देशों से 584 लोग बेंगलुरू पहुंचे हैं।

बता दें कि दुनिया भर में कोरोना के नए वैरिएंट ओमाइक्रोन को लेकर चिंता का माहौल है। बेंगलुरु के रूरल डेप्युटी कमिश्नर के श्रीनिवास ने बताया कि दोनों पॉजिटिव पाए गए यात्रियों की आगे जांच कराई जा रही है कि वे ओमाइक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित हैं या नहीं। अगले 48 घंटे में टेस्ट के रिजल्ट्स आ जाएंगे।

दोनों यात्रियों को क्वारंटीन सेंटर्स में भेज दिया गया है। श्रीनिवास ने बताया कि बेंगलुरु एयरपोर्ट पर कोरोना के 10 हाई-रिस्क वाले देशों से तकरीबन 584 लोग उतरे हैं। इनमें से 94 दक्षिण अफ्रीका से आए हैं।

दक्षिण अफ्रीका में नए मामलों में तेज वृद्धि देखी गई

दक्षिण अफ्रीका के वैज्ञानिक बिजली की रफ्तार से फैल रहे कोरोना वायरस संक्रमण के नए स्वरूप ओमीक्रोन से निपटने को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। दक्षिण अफ्रीका में ही सबसे पहले कोरोना वायरस के इस बेहद संक्रामक स्वरूप की पहचान की गई है और दूसरे देश भी इससे प्रभावित हो रहे हैं।

दक्षिण अफ्रीका में पहले संक्रमण के कम मामले सामने आ रहे थे, लेकिन ओमीक्रोन की उत्पत्ति के बाद दो सप्ताह के दौरान नए मामलों में तेज वृद्धि देखी गई है।

वैसे तो देश में अब भी संक्रमण के अपेक्षाकृत कम मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन युवाओं को संक्रमित करने की ओमीक्रोन की रफ्तार देखकर स्वास्थ्य पेशेवर भी हैरान हैं। शुक्रवार को दक्षिण अफ्रीका में संक्रमण के 2,828 नए मामले सामने आए।

टीकाकरण एक महत्वपूर्ण कारक है। ऐसा प्रतीत होता है कि नया स्वरूप उन लोगों में सबसे तेजी से फैल रहा है, जिनका टीकाकरण नहीं हुआ है।

दक्षिण अफ्रीका में फिलहाल लगभग 40 प्रतिशत वयस्क लोगों को ही टीका लगा है, और 20 से 40 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों में यह संख्या बहुत कम है।

Entry of new corona varient in India through banglore via South Africa

File photo

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed