पंचायत से लेकर विधायक और सांसद.. अब केंद्रीय मंत्री के लिए नाम पर लगी मुहर, जानिए कौन है तोखन साहू
रायपुरः- आज शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी तीसरी पारी के लिए संसद में शपथ लेंगे। उनके साथ उनके मंत्रिमंडल के सदस्य भी शपथ लेने वाले हैं। छत्तीसगढ़ से मोदी मंत्रिमंडल में किसको जगह मिलेगी इसको लेकर सस्पेंस सभी बरकरार है। हालांकि छत्तीसगढ़ से भाजपा लगातार शानदार प्रदर्शन करती आ रही है, मगर अभी तक राज्य को मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री नहीं मिला, हां राज्य मंत्री जरूर मिले हैं।
तोखन साहू को आया दिल्ली से कॉल
इसी बीच एक बड़ी खबर निकल कर आई है। शपथ ग्रहण से पहले प्रधानमंत्री कार्यालय से बिलासपुर सांसद तोखन साहू को कॉल आया है। जिसके बाद वो प्रधानमंत्री आवास पहुंचे भी थे। ऐसे में अंदाज लगाया जा रहा है की मोदी सरकर में छत्तीसगढ़ को कैबिनेट मंत्री के रूप में तोखन साहू हो सकते हैं।
लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ में बीजेपी ने किया था शानदार प्रदर्शन
इस बार भी 11 में से 10 सीटे भाजपा की झोली में गई है। मोदी कैबिनेट में जगह के लिए कई बड़े नाम सामने आ रहे थे। जिसमें सबसे ज्यादा चर्चित छत्तीसगढ़ के मंत्री से सांसद बने बृजमोहन अग्रवाल का नाम आ रहा था। इसके अलावा राजनांदगांव से सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को हराने वाले संतोष पांडे का नाम भी चर्चा में था इसके अलावा विजय बघेल भी दौड़ में शामिल थे। लेकिन अभी तक इनमें से किसी को पीएमओ ऑफिस से कॉल नहीं आया है।
कौन है तोखन साहू
पहली बार सांसद बने लोकसभा चुनाव में बिलासपुर क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव को 1 लाख 64 हजार 558 वोटों के बड़े अंतर से हराया है. तोखन साहू को 7 लाख 24 हजार 937 मिले, वहीं देवेंद्र यादव को 5 लाख 60 हजार 379 वोट मिले।
पंचायत से की है अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत
आपको बता दें तोखन साहू एक किसान परिवार से आते हैं। उनका राजनैतिक जीवन 1994 से शुरू हुआ है। वे 1994 में लोरमी ब्लॉक के सुरजपुरा गांव के निर्विरोध पंच बने। 30 जनवरी 2005 को जनपद सदस्य ब्लॉक लोरमी क्षेत्र क्रमांक–18 फुलवारीकला बने। 3 फ़रवरी 2010 को महिला आरक्षण के चलते अपनी लीलावती साहू को जनपद सदस्य फिर 19 फ़रवरी 2010 को अध्यक्ष जनपद पंचायत लोरमी बनाया।
2012 में जिला सहकारी बैंक बिलासपुर के प्रतिनिधि बनें। जिला साहू समाज के संरक्षक बने। जिला साहू समाज के संरक्षक बने। भाजपा पश्चिम मंडल के महामंत्री बने। 2013 में भाजपा ने उन्हें लोरमी विधानसभा से टिकट देकर प्रत्याशी बनाया। उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी और सिटिंग विधायक धर्मजीत सिंह को चुनाव हराया। उन्हें 52302 वोट मिले। धर्मजीत सिंह को 46061 वोट मिले थे। 2015 में कृषि,मछलीपालन, पशुपालन, जलसंसाधन विभाग के संसदीय सचिव बने। 2014 में छत्तीसगढ़ वन्य जीव बोर्ड के सदस्य बने। 2015 में खैरागढ़ संगीत विश्वविद्यालय के सदस्य बने।