खबर बेचने के लिए राष्ट्रीय चैनल और लोकल पोर्टल ने की शर्मनाक हरकत । लाइलाज बीमारी से पीड़ित जिस बच्चे को Cm ने सराहा उसे चैनल ने एलियन बता दिया।
ऊपर दी गई तस्वीरें मीडिया हाउस की।मनमानी उजागर करने के उद्देश्य से लगाई गई है। इसका उद्देश्य बच्चे के ऊपर टिप्पणी करना नहीं है।
रायपुर। टीआरपी पाने के लिए और खबरें बेचने के लिए न्यूज़ चैनल और न्यूज़ पोर्टल अजीब अजीब कारनामे करते रहते हैं,लेकिन इस बार तो एक बार एक राष्ट्रीय चैनल समेत कुछ लोकल पोर्टल ने बेशर्मी की हद ही पार कर दी है।
अपनी खबर को वायरल करने के लिए इन संस्थाओं ने पत्रकारिता को शर्मसार कर देने वाले शब्दों की का उपयोग किया है।
इन संस्थाओं ने प्रोजेरिया से पीड़ित 1 बच्चे को एलियन तक बता दिया है। उनकी हरकत मानवता और पत्रकारिता को शर्मसार तो करती ही है साथ ही यह कानूनन जुर्म भी है। इस पर बाल आयोग और मानवाधिकार आयोग संज्ञान ले सकता है।
यह है मामला
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के गरियाबंद (Gariaband) में रहने वाले लाइलाज प्रोजेरिया बीमारी (Progeria disease) से जूझ रहे आदिवासी किशोर (Tribal Boy) शैलेन्द्र (Shailendra) से मुख्यमंत्री ने मुलाकात की। Cm भुपेश को किशोर के बारे में जानकारी।
मिली थी जिसके बाद सीएम बघेल ने शैलेन्द्र को मिलने के लिए राजधानी रायपुर बुलाया. बीते शुक्रवार को रायपुर के न्यू सर्किट हाउस में एसपी और आईजी के कॉन्फ्रेंस में सीएम बघेल ने शैलेन्द्र को अपनी बगल की कुर्सी पर बैठाया और उनसे खूब बात की. शैलेन्द्र के साथ सीएम की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है.
सीएम ने शैलेन्द्र को दी चॉकलेट
मुख्यमंत्री ने चर्चा के दौरान शैलेन्द्र से पूछा कि उन्हें ठेठरी, खुरमी पसन्द है या चॉकलेट. शैलेन्द्र की पसंद पर मुख्यमंत्री ने उसे खूब सारी चॉकलेट दी और अपने हाथों से मिठाई भी खिलायी. सीएम बघेल ने आईजी-एसपी कान्फेंस समाप्त होने के बाद शैलेंद्र को न्यू सर्किट हाउस ऑडिटोरियम में बुलाया और अपने बगल की कुर्सी में बिठाकर शैलेंद्र से बड़ी आत्मीयता के साथ बातचीत की. उन्होंने शैलेंद्र से उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली.
मुख्यमंत्री द्वारा पूछे जाने पर शैलेंद्र ने जब बताया कि वह कक्षा ग्यारहवीं का छात्र है, तो मुख्यमंत्री ने इस बात पर उपस्थित लोगों से तालियां बजवाई. शैलेंद्र ने बताया कि उनके पिता बंशीलाल ध्रुव तथा मां रामकली ध्रुव खेती-किसानी करते हैं.
मुख्यमंत्री बघेल ने गरियाबंद पुलिस अधीक्षक पारूल माथुर से शैलेंद्र का परिचय कराया और आईपीएस माथुर को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में शैलेन्द्र को आमंत्रित करने को कहा.