महतारी वंदन योजना की राशि जारी: राज्य सरकार ने महिलाओं को दूसरी किश्त की जारी, 70 लाख से ज्यादा महिलाओं के खाते में पहुंचा पैसा
रायपुर Mahtari Vandan Yojana। महतारी वंदन योजना की दूसरी किश्त जारी हो गया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव देव साय ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। हालांकि पहले कहा गया था कि महतारी वंदन योजना की राशि 1 तारीख को ही महिलाओं के खाते में आ जायेगी, लेकिन दो दिन बाद यानि 3 अप्रैल को महिलाओं के खाते में राशि आ गयी है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर लिखा है कि.. “मोदी की गारंटी” में किये वादे को निभाने की दिशा में आगे बढ़ते हुए छत्तीसगढ़ की माताओं-बहनों के स्वाभिमान का सम्मान कर आज “महतारी वंदन योजना” की इस माह की किश्त जारी हुई।
"मोदी की गारंटी" में किये वादे को निभाने की दिशा में आगे बढ़ते हुए छत्तीसगढ़ की माताओं-बहनों के स्वाभिमान का सम्मान कर आज "महतारी वंदन योजना" की इस माह की किश्त जारी हुई। pic.twitter.com/j6tu2QenEv
— Vishnu Deo Sai (Modi Ka Parivar) (@vishnudsai) April 3, 2024
आपको बता दें कि पहली किश्त 10 मार्च को लगभग 70 लाख विवाहित महिलाओं को महतारी वंदन योजना का पैसा डीबीटी के माध्यम से उनके बैंक खाते में पहुंचा था। इस योजना को लेकर महिलाओं में काफी उत्साह देखा जा रहा है। वे अब अपनी छोटी छोटी जरूरतों को आसानी से पूरा कर लेगी और इसके लिए उन्हें किसी से कुछ मांगने की जरूरत नहीं होगी। मोदी की गारंटी के अंतर्गत राज्य सरकार 100 दिनों के भीतर ही अपना एक और वायदा पूरा किया था।
70 लाख 12 हजार 800 आवेदकों को 655 करोड़ 57 लाख रूपए की राशि का हुआ अंतरण
Mahtari Vandan Yojana योजना के अंतर्गत हितग्राहियों से ऑफलाईन आवेदन प्राप्त करने तथा अपलोड किए जाने हेतु प्रत्येक आगनवाड़ी केन्द्र, ग्राम/वार्ड प्रभारी, पर्यवेक्षक, परियोजना अधिकारी के 68 हजार 836 से अधिक यूजर आईडी तैयार किए गए थे, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड था। आवेदकों से ऑफलाईन आवेदन लिए जाने की प्रक्रिया भी 5 फरवरी 2024 को प्रारंभ की गयी एवं 20 फरवरी 2024 तक आवेदन प्राप्त कर रिकॉर्ड 15 दिन की अवधि में सभी 70 लाख आवेदन की पोर्टल में ऑनलाईन अपलोड भी कर दिया गया।
Mahtari Vandan Yojana
अपने आप में एक रिकॉर्ड है कि इतनी कम अवधि में इतने अधिक आवेदन प्राप्त कर अपलोड किए गए। 10 मार्च को योजना के अंतर्गत 70 लाख 12 हजार 800 पात्र आवेदकों को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा योजना के पहले चरण में 655 करोड़ 57 लाख रूपए की राशि डीबीटी के माध्यम से अंतरित की गयी थी।